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Monday, July 7, 2008

हमें श्रीलंका दौरे में ढूंढना होगा मेंडिस का तोड़ : धोनी

कराची : श्रीलंका के अबूझ स्पिनर अजंता मेंडिस के सामने एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में पस्त हुई भारतीय टीम के जेहन में अभी भी इस जादुई स्पिनर का खौफ इस कदर छाया है कि भारत की वन डे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आगामी श्रीलंका दौरे में इस अद्भुत स्पिनर की काट ढूंढने की बात तक कह डाली है। एशिया कप के फाइनल में रविवार को 13 रन देकर छह विकेट लेकर मेंडिस ने भारत के एशियाई चैंपियन बनने का ख्वाब चकनाचूर कर दिया था। मेंडिस की घूमती गेंदों के सामने भारतीय बल्लेबाज 'ता थैया ता थैया' करते नजर आए।

फाइनल में हार के बाद धोनी ने माना कि उनके बल्लेबाजों ने श्रीलंका स्पिनर अजंता मेंडिस की गेंदों को समझने में भूल की और घातक गलतियां करते हुए अपने विकेट गंवाए। धोनी ने फाइनल मैच के बाद कहा, 'हमारे बल्लेबाज मेंडिस की गेंदों को बिल्कुल भी नहीं समझ सके। मेंडिस ने निस्संदेह शानदार गेंदबाजी की, लेकिन स्पिन खेलने के अनुभवी हमारे बल्लेबाजों को उन्हें सतर्कता के साथ खेलना चाहिए था। मगर वे ऐसा करने में नाकाम रहे और यही हमारी हार का सबसे बड़ा कारण रहा। भारतीय टीम श्रीलंका दौरे में इस अबूझ स्पिनर की काट ढूंढने में लग गई है।'

धोनी ने कहा, 'मेंडिस अबूझ गेंदबाज बन गए हैं। हमें श्रीलंका दौरे में उनका तोड़ ढूंढना होगा। हमारे लिए राहत की बात यही है कि श्रीलंका दौरे में हमें पहले टेस्ट मैच खेलना है और टेस्ट टीम में हमारे पास काफी अनुभवी बल्लेबाज हैं। मेंडिस ऐसे गेंदबाज हैं, जो बल्लेबाजों को असहाय कर देते हैं। टीम इंडिया श्रीलंका दौरे से पहले मेंडिस की गेंदबाजी की वीडियो फुटेज देखेगी, ताकि उनके गेंदबाजी एक्शन को समझा जा सके। फाइनल में हमारे बल्लेबाज मेंडिस की गेंदों को समझने में भूल कर बैठे। जब कभी वह गेंद को फ्लाइट देते तो वह गुगली होती थीं या ऑफ स्पिनर। लेकिन जब वह फ्लैट गेंद डालते थे, तो वह लेग स्पिन होती थी। बड़ी अबूझ गेंदें थी वे।'

भारत को कोलंबो में 23 जुलाई से तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। पहला टेस्ट कोलंबो में खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज के बाद पांच वन डे मैचों की सीरीज खेली जाएगी। भारत टेस्ट सीरीज के लिए बुधवार को टीम की घोषणा होगी और इस टीम में सचिन तेंडुलकर, सौरभ गांगुली, राहुल दविड़ और वी. वी. एस. लक्ष्मण जैसे अनुभवी खिलाडि़यों के होने से भारत को मेंडिस की काट खोजने में आसानी होगी। इन सबके बावजूद अनुभवी अनिल कुंबले की नेतृत्व वाली टीम इंडिया को मेंडिस की काट के लिए होमवर्क तो करना ही होगा।